Ek Katori Pyar
MRP : ₹ 149 ( Paper Back )
- Author Name : Subhasini Swaroop
- ISBN : 978-93-90468-32-4
- No of Pages : 72
- Publisher : Sankalp Publication
- SKU Code : SP/20/00138
- Availablity : AVAILABLE
- Book Size : 5X8
- Publishing Date : 2020-11-10
मेरी कविता संग्रह" एक कटोरी प्यार" मानवीय मूल्यों एवं संवेदनाओं पर आधारित है। अगर गौर से देखा जाए तो प्रकृति भी बहुत कुछ कहती है ऐसा मेरा मानना है। "एक टुकडा बादल" जहां मानव समाज को प्रेम और मिलाप की संदेश देता है वही "पिया बावरी और एक डिबिया सिंदूर" पति पत्नी के प्रेम एवं समर्पण जैसे भाव को प्रदर्शित करता है। "दरख्त से छूट एक पत्ता" बिछड़ने की पीड़ा बयान करता है। हर कविता कुछ संकेत और संदेश देती है। मेरे अनुभव और मानवीय संवेदना मुझे प्रकृति की ओर भी आकर्षित करते हैं। जिस परिवेश में मेरा पालन- पोषण हुआ वहां जीवन के सभी रंगो का समावेश रहा। और शायद इसलिए मेरी कविताएं अंतर्मन में उठते भाव, कल्पना, संवेदना से ओत प्रोत रहती हैं। मेरी कविताएं आशावादी हैं एवं समाज में सकारात्मकता और रचनात्मकता को बढावा देंगी। मेरा ऐसा मानना है कि सोच और विचार मनुष्य को दिशानिर्देश देती है या दिशाहीन करती है। मेरी कविताएं मानवीय मूल्यों, विश्वास एवं आदर्शों को जागृत करते हुए लोगों में एक नए उल्लास का संचार करेगी। मेरी कविताओं के किसी के भावना को ठेस न पहुंचेगा ऐसा मेरा मानना है।

मैं सुभाषिनी स्वरूप। मेरा जन्म राउरकेला (उड़ीसा)शहर में 11-5-1966 को हुआ। मेरे पिता स्वर्गीय श्री बालेश्वरी शरण सिन्हा और माँ स्वर्गीय राजपती सिन्हा ने हम छह भाई बहनों का पालन पोषण बड़े ही प्यार दुलार और संस्कारों के साथ किया। मैनें स्नातक मनोविज्ञान से 1987 में और स्नातकोत्तर सार्वजनिक प्रशासन से 1989 में संबलपुर विश्वविद्यालय से किया। पेशे से मैं मनोविज्ञानी एवं सलाहकार हूँ। मेरे पति श्री ललितेंद्र स्वरूप पटना हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं। पुत्र मयंक स्वरूप एवं पुत्री तृप्ति स्वरूप साफ्टवेयर इंजीनियर हैं। आचार्य सुदर्शन आत्म कल्याण केन्द्र द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में सक्रिय सहभागिता एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु सम्मान पत्र प्राप्त हुआ। विभिन्न पत्रिकाओं में लेख प्रकाशित हुए हैं। मेरे अनुभव और मानवीय संवेदना मुझे प्रकृति की ओर भी आकर्षित करते हैं।मेरा ऐसा मानना है कि सोच और विचार मनुष्य को दिशानिर्देश देती है या दिशाहीन करती है। मेरी कविताएं मानवीय मूल्यों, विश्वास एवं आदर्शों को जागृत करते हुए लोगों में एक नए उल्लास का संचार करेगी। जिस परिवेश में मेरा पालन- पोषण हुआ वहां जीवन के सभी रंगो का समावेश रहा। और शायद इसलिए मेरी कविताएं अंतर्मन में उठते भाव, कल्पना, संवेदना से ओत प्रोत रहती हैं। मेरी कविताएं आशावादी हैं एवं समाज में सकारात्मकता और रचनात्मकता को बढावा देंगी। मेरे समस्त परिवार के हर एक सदस्य के सराहना एवं प्रोत्साह और मेरे भाई श्री सुनील सिन्हा के मार्गदर्शन के फलस्वरूप ही इस कविता संग्रह संकल्प पब्लिकेशन्स के तले प्रकाशित हो पाया है।
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